अखिल भारतीय विजयवर्गीय (वैश्य) महासभा के आव्हान पर पौधारोपण महोत्सव के तहत पौधारोपण ‘’एक पौधा विश्वास का, मॉ के नाम का, भावी पीढी का’’रतलाम : अखिल भारतीय विजयवर्गीय (वैश्य) महासभा के आव्हान पर एक पौधा विश्वास का थीम पर संपूर्ण देश में 14 जुलाई को एक साथ पौधारोपण महोत्सव के तहत विजयवर्गीय वैश्य समाज रतलाम के तत्वाधान में सागोद रोड स्थित निजी मेरिज गार्डन परिसर रतलाम में पौधारोपण किया गया ।

अखिल भारतीय विजयवर्गीय महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तनुज विजयवर्गीय ने अपने उदबोधन में कहा कि पेड़-पौधे पर्यावरण की अशुद्धियों को सोख लेते हैं और हमें शुद्ध प्राणदायिनी वायु देते हैं, जैव विविधता निरंतरता बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर उनका सरंक्षण करना चाहिए।
अखिल भारतीय विजयवर्गीय महासभा परामर्शदाता समिति में सदस्य रामजस विजयवर्गीय ने कहा कि पौधा पेड़ बनकर हमें फल देता है, वहीं एक पेड़ सैकड़ों जीवों की जिंदगियां बचाने में सक्षम होता है , कुछ लोग अज्ञानता और स्वार्थ के चलते पेड़ों की कटाई कर देते हैं इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।
तेजी से बढते तापमान के नियंत्रण के लिये पौधारोपण ही एक विकल्प जिसके माध्यम से हम आने वाली पीढी के लिये बेहतर पर्यावरण दे सकते है, पौधे हमारी भावी पीढी के संवाहक है, ‘’एक पौधा विश्वास का, मॉ के नाम का, भावी पीढी का’’ इसलियें यथा संभव अधिक से अधिक पौधों का रोपण और संरक्षण हम सबकी महत्ती जिम्मेदारी है यह बात अन्य अतिथियों के द्वारा कही गयी।
कार्यक्रम का संचालन विजयवर्गीय वैश्य समाज कोषाध्यक्ष शशांक विजयवर्गीय के द्वारा किया गया व आभार सचिव प्रतीक विजयवर्गीय के द्वारा व्यक्त किया गया। पौधारोपण महोत्सव के दौरान समाज के रामरतन पटोदिया, राजेन्द्र विजयवर्गीय, गोपाल विजयवर्गीय, ओम विजयवर्गीय, अरविंद राजौरिया, ललित विजयवर्गीय, सुधीर विजयवर्गीय, महेश विजयवर्गीय, संदीप विजयवर्गीय, सुभाष विजयवर्गीय, राकेश विजयवर्गीय आनंद पटोदिया, अमन राजोरिया, रंजना विजयवर्गीय,
सुरेखा विजयवर्गीय, कोशल्या राजोरिया, मंजु विजयवर्गीय, ऊषा विजयवर्गीय, अंजना विजयवर्गीय, मोना विजयवर्गीय, राधा विजयवर्गीय, शोभा विजयवर्गीय, हर्षा विजयवर्गीय, उमा विजयवर्गीय, कला विजयवर्गीय कांति विजयवर्गीय, साधना विजयवर्गीय, रिंकू विजयवर्गीय, योगेश राजोरिया आदि उपस्थित रहे समस्त जानकारी मीडिया प्रभारी उपेंद्र पाटोदिया द्वारा दी गई